मेरठ में भगवान शंकर आश्रम का भूमिपूजन, शिलान्यास हिन्दुत्व के लिए एक नया प्रकाश

॥मेरठ में भगवान शंकर आश्रम का भूमिपूजन ,

शिलान्यास हिन्दुत्व के लिए एक नयाप्रकाश ॥

मेरठ। आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन – भारत के तत्वावधान में आज बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर मेरठ की क्रांतिधरा से हिन्दुत्व के गुण , गौरव उत्थान की पुनः प्रतिष्ठा हेतु भगवान शंकर आश्रम का भूमिपूजन और शिलान्यास वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक विधान से सम्पन्न हुआ।

ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने बताया कि न्यास के कुलप्रमुख परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी महाराज के सानिध्य और मार्गदर्शन में वर्ष 2012 में मोरिशस और 2016 में मसूरी ( उत्तराखंड) के उपरांत आज तीसरे आश्रम की स्थापना उत्तर प्रदेश के क्रांति शहर मेरठ में की गई। यह आश्रम “ भगवान शंकर आश्रय” के नाम से संचालित होगा।

मेरठ के गंगा नगर के समीप ग्राम अम्हेड़ा में आज वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर विशाखा नक्षत्र में आश्रम का भूमि पूजन और शिलान्यास किया गया।नींव संरक्षा हेतु पाँच स्थानों का जल और सात स्थानों की मिट्टी के साथ कैलाश मानसरोवर की रेत और गौरी कुंड का जल भी अन्य निर्दिष्ट वस्तुओं के साथ अभिमंत्रित करके प्रतिष्ठित किया गया।इस अवसर पर नक्षत्र वाटिका की भी स्थापना की गई। जिसमें प्राथमिक 18 वृक्षों की पौध रौंपी गई । जिनमें श्यामा , रामा तुलसी , कल्पवृक्ष , नीम , बरगद , पीपल , आम , बिल्वपत्र, केला , अमरूद , आँवला, शमी प्रमुख हैं।

इस अवसर पर देश के अनेक भागों से पधारे आर्यम संयोगियों को उपदेशित करते हुए गुरु श्रेष्ठ आर्यम जी महाराज ने कहा कि आज की दिन बहुत विशेष महत्व का है इसीलिए इस अवसर पर मेरठ में एक नए आश्रम का प्रारम्भ किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने पुरातन गौरव और वैदिक सभ्यता के प्रचार प्रसार और पुनः प्रतिष्ठा हेतु देश भर ने अनेक स्थानों पर आश्रम स्थापित किए जाने की योजना पर काम चल रहा है । इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के मेरठ से इसका श्री गणेश किया जा रहा है। आर्यम महाराज ने कहा कि विशेष रूप से नई पीढ़ी का खान पान , आचार विचार और जीवन शैली विधर्मी तत्त्वों के प्रभाव से संशय के घेरे में घिरती जा रही है , इन नए बच्चों को हिंदू धर्म की विशिष्ट परम्पराओं , शैक्षणिक देशनाओं और शुद्ध संस्कारों को आत्मसात करने की बहुत आवश्यकता है, तभी हम भारत के वास्तविक गौरव को विश्व भर में स्थापित करने में सफल होंगे। बहुत सी भ्रांति और भ्रमों ने हिंदू युवाओं को जकड़ा हुआ है। सही मार्गदर्शन , सत्य का प्रकाश , वैदिक ज्ञान की चेतना और सम्यक् संस्कारों के प्रभाव से हिंदुत्व अपनी पुरातन सभ्यता और विश्व गुरु की पदवी को अर्जित कर सकेगा। उसके लिए सभी योजनाएँ जो पूर्ववर्ती आर्यम आश्रमों में संचालित हैं उन्हें मेरठ में भी लागू किया जाएगा।

आज के समारोह में रुद्र और विष्णु के विशेष पाद पाठों और विशिष्ट वैदिक मंत्रो के पारायण के मध्य समस्त क़र्मकांड सम्पन्न हुए।

आश्रम की स्थापना में स्थानीय न्यासी नवीन कुमार, वरुण भारद्वाज , राजेश , साक्षी श्री, कपिल कुमार का विशेष सहयोग है। इस अवसर पर देश भर के अनेक प्रांतों से आर्यम संयोगी पधारे जिनमें पंकज भदोलिया, शालिनी श्री , गीतांजलि , कल्याणी श्री, रवि शर्मा, रेनु बाला , किरण भारती , प्रतिभा श्री , सुनील आर्य , महिजीत, प्रविंद्र,प्रशांत , उत्कर्ष, मुस्कान, सुशील शर्मा, अविनाश सिंह अलग, रोहित , रवि कुमार , प्रीतेश , अलिंद्र वीर, वरुण सिंह , राम सिंह, कमल शर्मा, आदि लगभग 60 व्यक्ति उपस्थित रहे।